कैश एंड कैरी ऑर्डर क्या है?
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कैश एंड कैरी ऑर्डर क्या है?
- टकैश एंड कैरी ऑर्डर (Cash and carry order) में आपके वॉलेट में जितने रुपए होंगे उसी के हिसाब से आपको शेयर मिलेंगे और आप उन शेयरों को होल्ड पर रख सकते हैं उनको 1 साल 2 साल बाद भी बेच सकते हैं।
कैश एंड कैरी ट्रेड एक ट्रेडिंग स्ट्रेटजी होती है जिसका उपयोग कोई निवेशक मार्केट प्राइसिंग विसंगति का लाभ उठाने के लिए कर सकता है। यह आम तौर पर किसी सिक्योरिटी या कमोडिटी में लॉन्ग पोजिशन के बारे में होता है।
खरीदी जा रही सिक्योरिटी या कमोडिटी कॉन्ट्रैक्ट डिलीवरी तिथि तक रखी जाती है और इसका उपयोग शॉर्ट पोजिशन की बाध्यताओं को कवर करने के लिए किया जाता है। फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट को बेचने के द्वारा निवेशक ने शॉर्ट पोजिशन लिया है और वह जानता है कि डिलीवरी तिथि पर कितना बनाया जाएगा और कैश एंड कैरी ट्रेड के लॉन्ग पोजिशन कंपोनेंट के कारण सिक्योरिटी की लागत कितनी है।
उदाहरण के लिए स्पॉट क्रूड प्राइस व क्रूड फ्यूचर प्राइस की पहचान करता है, जिसकी एक दूसरे को लेकर मिसप्राइसिंग हुई है और जो एक आर्बिट्रेज अवसर प्रदान करता है।
निवेशक को निश्चित रूप से पहले स्पॉट क्रूड की खरीद करनी चाहिए और क्रूड फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट को बेचना चाहिए और फिर स्पॉट क्रूड को बनाए रखना या ‘कैरी' करना चाहिए, तब तक जब तक कि क्रूड फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट खत्म नहीं हो जाता, जिसपर निवेशक स्पॉट क्रूड डिलीवर करता है।
डिलीवरी प्राइस चाहे जो भी हो, कोई लाभ तभी और केवल तभी आश्वस्त होता है जब स्पॉट क्रूड की खरीद कीमत और कैरी की लागत उस कीमत से कम होती है जिस पर क्रूड फ्यूचर्स आरंभ में बेचा गया था।
खरीदी जा रही सिक्योरिटी या कमोडिटी कॉन्ट्रैक्ट डिलीवरी तिथि तक रखी जाती है और इसका उपयोग शॉर्ट पोजिशन की बाध्यताओं को कवर करने के लिए किया जाता है। फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट को बेचने के द्वारा निवेशक ने शॉर्ट पोजिशन लिया है और वह जानता है कि डिलीवरी तिथि पर कितना बनाया जाएगा और कैश एंड कैरी ट्रेड के लॉन्ग पोजिशन कंपोनेंट के कारण सिक्योरिटी की लागत कितनी है।
उदाहरण के लिए स्पॉट क्रूड प्राइस व क्रूड फ्यूचर प्राइस की पहचान करता है, जिसकी एक दूसरे को लेकर मिसप्राइसिंग हुई है और जो एक आर्बिट्रेज अवसर प्रदान करता है।
निवेशक को निश्चित रूप से पहले स्पॉट क्रूड की खरीद करनी चाहिए और क्रूड फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट को बेचना चाहिए और फिर स्पॉट क्रूड को बनाए रखना या ‘कैरी' करना चाहिए, तब तक जब तक कि क्रूड फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट खत्म नहीं हो जाता, जिसपर निवेशक स्पॉट क्रूड डिलीवर करता है।
डिलीवरी प्राइस चाहे जो भी हो, कोई लाभ तभी और केवल तभी आश्वस्त होता है जब स्पॉट क्रूड की खरीद कीमत और कैरी की लागत उस कीमत से कम होती है जिस पर क्रूड फ्यूचर्स आरंभ में बेचा गया था।
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